💬Thought for the Day💬

"🍃🌾🌾 "Your competitors can copy your Work, Style & Procedure. But No one can copy your Passion, Sincerity & Honesty. If you hold on to them firmly, The world is yours..!! Follow your Principles." 🍃💫🍃💫🍃💫🍃💫🍃💫🍃

Prayas Nov 2025

   

Year - 7                            Month - November 2025                                   Issue - 71

प्यारे बच्चों,

आज मैं आप सबके सामने एक ऐसे विषय पर बात करने के लिए उपस्थित हुआ हूँ, जो आप सभी के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है - आपका विद्यार्थी जीवन और उसमें छिपी अपार संभावनाएँ। यह समय केवल किताबें पढ़ने और परीक्षा देने का नहीं है, बल्कि यह वह नींव है जिस पर आपके पूरे भविष्य की इमारत खड़ी होती है। आप सभी एक ऐसे सफर पर हैं, जहाँ हर कदम आपको एक नई दिशा देता है और हर अनुभव आपको एक बेहतर इंसान बनाता है। इस सफर को एक बोझ समझने की बजाय, एक रोमांचक यात्रा के रूप में स्वीकार करें, क्योंकि यही वह समय है जब आप अपने सपनों को हकीकत में बदलने का हौसला पैदा करते हैं।

सपनों को पंख दें

हर इंसान के पास कुछ सपने होते हैं। कुछ छोटे, कुछ बड़े। एक विद्यार्थी के रूप में आपके सपने भी कुछ ऐसे ही होंगे। डॉक्टर बनने का, इंजीनियर बनने का, कलाकार बनने का, या कुछ और। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सपने देखना ही काफी नहीं है? सपनों को हकीकत में बदलने के लिए जरूरत होती है मेहनत, लगन और एक अटूट विश्वास की। जिन लोगों ने इतिहास रचा है, उन्होंने भी पहले सपने देखे थे, लेकिन वे केवल सपने देखकर ही नहीं रुके। उन्होंने उन सपनों को पूरा करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी।

कठिनाइयों से डरें नहीं

जीवन में मुश्किलें आना स्वाभाविक है। खासकर विद्यार्थी जीवन में, जब परीक्षा का तनाव, प्रतिस्पर्धा का दबाव और भविष्य की चिंता आपको परेशान कर सकती है। लेकिन इन कठिनाइयों से डरना नहीं चाहिए। बल्कि, उन्हें एक चुनौती के रूप में स्वीकार करें। हर चुनौती आपको मजबूत बनाती है। याद रखें, एक योद्धा केवल युद्ध के मैदान में ही नहीं, बल्कि अभ्यास के दौरान भी मजबूत बनता है। इसी तरह, ये छोटी-मोटी मुश्किलें आपके लिए एक अभ्यास की तरह हैं, जो आपको बड़े संघर्षों के लिए तैयार करती हैं।

अनुशासन है सफलता की कुंजी

एक विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है। अनुशासन का मतलब केवल नियमों का पालन करना नहीं है, बल्कि यह खुद के प्रति ईमानदार रहने की कला है। समय पर पढ़ाई करना, समय पर सोना और जागना, और अपनी जिम्मेदारियों को समझना, ये सब अनुशासन का हिस्सा हैं। एक अनुशासित विद्यार्थी अपने समय का सदुपयोग करना जानता है। वह जानता है कि आज का छोटा सा प्रयास कल एक बड़ी सफलता का रूप ले सकता है। जब आप अपने जीवन में अनुशासन लाते हैं, तो आप खुद-ब-खुद अपने लक्ष्य के करीब पहुँचने लगते हैं।

असफलता से सीखें

असफलता जीवन का एक हिस्सा है। कोई भी व्यक्ति बिना असफल हुए सफलता के शिखर तक नहीं पहुँच सकता। जब आप असफल होते हैं, तो निराश होने की बजाय, यह सोचें कि आपने क्या गलत किया। अपनी गलतियों से सीखें और अगली बार और भी बेहतर करने का प्रयास करें। असफलता आपको सिखाती है कि कौन सा रास्ता सही नहीं था, ताकि आप एक नया और सही रास्ता चुन सकें। याद रखें, "सफलता अथक परिश्रम और अटूट दृढ़ संकल्प की संतान है।"

सकारात्मक सोच

आपकी सोच आपके जीवन की दिशा तय करती है। अगर आप सकारात्मक सोचेंगे, तो आप सकारात्मक परिणाम देखेंगे। अगर आप नकारात्मक सोचेंगे, तो आपके जीवन में हर जगह निराशा ही होगी। एक विद्यार्थी के रूप में, सकारात्मक सोच आपको मुश्किल समय में भी मजबूत बनाती है। जब भी आपको लगे कि आप हार रहे हैं, तो अपने अंदर की शक्ति को पहचानें और खुद से कहें, "मैं यह कर सकता हूँ।"

सही दिशा का चुनाव

आज के समय में कई तरह के करियर विकल्प हैं, और यह समझना मुश्किल हो सकता है कि आपके लिए सबसे अच्छा क्या है। अपने जुनून को पहचानें। उस काम को खोजें जिसे करने में आपको आनंद आता है। जब आप अपने जुनून को अपने पेशे में बदलते हैं, तो काम बोझ नहीं, बल्कि एक आनंदमय अनुभव बन जाता है। इस प्रक्रिया में, अपने शिक्षकों, माता-पिता और अनुभवी लोगों की सलाह लें। लेकिन अंत में, फैसला आपका होना चाहिए, क्योंकि यह आपकी जिंदगी है।

स्वास्थ्य का महत्व

"स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है।" यह कहावत बिल्कुल सच है। अपनी पढ़ाई के साथ-साथ, अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। नियमित व्यायाम करें, पौष्टिक भोजन करें और पर्याप्त नींद लें। एक स्वस्थ शरीर आपको ऊर्जा देता है, जिससे आप अपनी पढ़ाई पर बेहतर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं।

आपका विद्यार्थी जीवन आपके भविष्य का निर्माण करता है। यह वह समय है जब आप खुद को तराशते हैं, अपने कौशल को निखारते हैं और अपने सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। इस यात्रा में आपको कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन उन चुनौतियों से डरने की बजाय, उनसे सीखें और आगे बढ़ें। आप में से हर एक में वह क्षमता है कि आप कुछ भी कर सकते हैं। बस खुद पर विश्वास रखें, अनुशासित रहें, सकारात्मक सोचें और कभी हार न मानें। आपका भविष्य आपके हाथों में है। जाइए, और उसे सुनहरा बनाइए!

जय हिंद वंदे मातरम ।धन्यवाद

अगले महीने कुछ और लेकर आपके सामने फिर आऊंगा ।

आपका पथ-प्रदर्शक 

धर्मेन्द्र कुमार 




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Prayas - October 2025

   

Year - 7                            Month - October 2025                                   Issue - 70

प्यारे बच्चों,

विद्यार्थी जीवन मानव जीवन का सबसे महत्वपूर्ण और सुनहरा दौर होता है। यह वह समय होता है जब व्यक्ति के भविष्य की नींव रखी जाती है, और इसी समय में मिले अनुभव, ज्ञान और सीख जीवनभर काम आते हैं। यह काल ज्ञानार्जन, चरित्र निर्माण और व्यक्तित्व विकास का समय है। इस समय में, छात्रों को कई चुनौतियों और अवसरों का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी रास्ते में निराशा, असफलता और हताशा भी आती है, लेकिन यही वह समय होता है जब सबसे ज्यादा प्रेरणा की आवश्यकता होती है। प्रेरणा एक ऐसी शक्ति है जो हमें कठिन समय में भी आगे बढ़ने की ऊर्जा देती है, और हमें हमारे लक्ष्यों की दिशा में प्रेरित करती है।

बड़े सपने देखें

जीवन में कुछ बड़ा हासिल करने के लिए सबसे पहला कदम है, बड़े सपने देखना। महान एलेनोर रूजवेल्ट ने कहा था, "भविष्य उन लोगों का है जो अपने सपनों की सुंदरता में विश्वास करते हैं"। सपने ही वह ईंधन होते हैं जो हमें रात-दिन मेहनत करने के लिए प्रेरित करते हैं। एक विद्यार्थी को यह समझना चाहिए कि उसका सपना केवल अच्छे अंक लाना नहीं है, बल्कि एक ऐसा भविष्य बनाना है जो उसे और उसके समाज को गौरवान्वित करे। जब हम बड़े सपने देखते हैं, तो हम खुद को अपनी वर्तमान सीमाओं से बाहर निकलने के लिए प्रेरित करते हैं। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि यह असंभव है, बल्कि यह सोचना चाहिए कि "मैं इसे कैसे संभव बना सकता हूँ?"

सफलता का मानचित्र

केवल सपने देखना पर्याप्त नहीं है; उन सपनों को साकार करने के लिए स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक है। एक लक्ष्य एक सपने को वास्तविकता के करीब लाता है। लक्ष्यों को छोटे-छोटे हिस्सों में बाँटना चाहिए ताकि वे प्राप्त करने योग्य लगें। उदाहरण के लिए, यदि एक छात्र का लक्ष्य डॉक्टर बनना है, तो उसे पहले अच्छे अंक लाने, फिर मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने और अंत में डॉक्टर बनने के लक्ष्य को छोटे-छोटे चरणों में बाँटना होगा। जब हम अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करते हैं, तो हम जानते हैं कि हमें किस दिशा में जाना है और हमें क्या करना है। यह स्पष्टता हमें रास्ते में भटकने से बचाती है

कड़ी मेहनत और समर्पण: सफलता की कुंजी

सफलता का कोई जादुई मंत्र नहीं है, यह तो केवल अथक परिश्रम और अटूट दृढ़ संकल्प का फल है। अगर आप सफल होना चाहते हैं, तो परिश्रम से कभी पीछे न हटें। परिश्रम का अर्थ केवल शारीरिक श्रम नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता और समर्पण भी है। छात्र जीवन में यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। हमें अपने अध्ययन में 100% देना चाहिए। यदि हम कड़ी मेहनत नहीं करेंगे, तो हमारी प्रतिभा भी कमजोर पड़ जाएगी। कई बार छात्र परिणाम न मिलने पर निराश हो जाते हैं, लेकिन उन्हें यह याद रखना चाहिए कि मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती। एक दिन, उनकी मेहनत जरूर रंग लाएगी।

समय का सदुपयोग: एक अनमोल खजाना

विद्यार्थी जीवन में समय का महत्व विशेष रूप से अधिक होता है। यह वह समय है जब व्यक्ति अपने भविष्य की नींव रखता है। यदि विद्यार्थी अपने समय का सही उपयोग करता है, तो वह अपने शैक्षिक जीवन में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकता है। एक छात्र को समय का प्रबंधन करना सीखना चाहिए। एक समय सारिणी बनाना, कार्यों को प्राथमिकता देना और समय बर्बाद करने वाली गतिविधियों से बचना बहुत महत्वपूर्ण है। याद रखें, समय राजा को रंक और रंक को राजा बना सकता है। समय एक ऐसा खजाना है जिसे एक बार खोने के बाद वापस नहीं पाया जा सकता।

असफलता से सीखना: हार नहीं, एक सीख

असफलता जीवन का एक हिस्सा है, और यह हमें सिखाती है कि हम कहां गलत थे। असफलता के डर से हार मान लेना सबसे बड़ी असफलता है। एक विद्यार्थी को असफलता को एक सीखने के अवसर के रूप में देखना चाहिए। जब आप कुछ नया सीख रहे हों, तो गलतियाँ होना स्वाभाविक है। हर गलती हमें एक नया पाठ सिखाती है। इतिहास ऐसे महान लोगों की कहानियों से भरा पड़ा है जो कई बार असफल हुए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। थॉमस एडिसन ने बल्ब बनाने के लिए हजारों असफल प्रयोग किए, लेकिन हर असफलता ने उन्हें सफलता के करीब पहुंचाया। इसलिए, असफलता को स्वीकार करें, उससे सीखें और फिर से प्रयास करें।

आत्मविश्वास का निर्माण: स्वयं पर विश्वास

आत्मविश्वास सफलता की पहली सीढ़ी है। यदि आप खुद पर विश्वास नहीं करेंगे, तो कोई और आप पर विश्वास नहीं करेगा। आत्मविश्वास कड़ी मेहनत और छोटी-छोटी सफलताओं से आता है। जब हम कोई छोटा लक्ष्य हासिल करते हैं, तो हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है। आत्मविश्वास हमें चुनौतियों का सामना करने की हिम्मत देता है। यदि एक छात्र को लगता है कि वह किसी कार्य को नहीं कर पाएगा, तो वह वास्तव में उसे नहीं कर पाएगा। लेकिन अगर वह खुद पर विश्वास रखता है, तो वह किसी भी मुश्किल को पार कर सकता है। अपने अंदर की प्रतिभा को पहचानिए और उस पर विश्वास कीजिए।

अनुशासन और संयम: सफलता का मार्ग

छात्र जीवन में अनुशासन का महत्व निर्विवाद है। अनुशासन हमें सही रास्ते पर रखता है और हमें भटकाव से बचाता है। अनुशासन का मतलब केवल नियमों का पालन करना नहीं है, बल्कि स्वयं पर नियंत्रण रखना और संयमित रहना भी है। अनुशासन के बिना, ज्ञान और प्रतिभा भी व्यर्थ हो सकती है। एक अनुशासित छात्र समय का सदुपयोग करना, अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना और अपनी पढ़ाई को गंभीरता से लेना जानता है।

अच्छी आदतों का विकास: सकारात्मकता की शक्ति

सकारात्मक मानसिकता बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। जब विद्यार्थी जीवन कठिन हो जाता है, तो सकारात्मक सोच बनाए रखना मुश्किल हो सकता है। लेकिन सकारात्मक पक्ष को देखना ज़रूरी है। अच्छी आदतें जैसे नियमित पढ़ाई, व्यायाम, अच्छा खान-पान और पर्याप्त नींद हमें सकारात्मक रहने में मदद करती हैं। अच्छी आदतें हमारे व्यक्तित्व का निर्माण करती हैं और हमें जीवन में आगे बढ़ने के लिए तैयार करती हैं।

सामाजिक और व्यक्तिगत विकास: सर्वांगीण विकास

एक छात्र का जीवन केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं होना चाहिए। विद्यार्थी जीवन हमें सामाजिक और व्यक्तिगत रूप से विकसित होने का अवसर भी देता है। खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियां और सामाजिक कार्य में भाग लेना भी महत्वपूर्ण है। यह हमें टीमवर्क, नेतृत्व क्षमता और जीवन के अन्य महत्वपूर्ण कौशल सिखाता है। सर्वांगीण विकास एक संतुलित और सफल जीवन के लिए महत्वपूर्ण है।

विद्यार्थी जीवन एक यात्रा है, जिसमें कई उतार-चढ़ाव आते हैं। लेकिन सही प्रेरणा, कड़ी मेहनत और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ, हर चुनौती को पार किया जा सकता है। यह निबंध हर उस छात्र के लिए एक प्रेरणा है जो अपने जीवन में कुछ बड़ा हासिल करना चाहता है। यह उन्हें याद दिलाता है कि सफलता कोई मंजिल नहीं, बल्कि एक यात्रा है, और हर कदम पर कुछ नया सीखने को मिलता है। इसलिए, आगे बढ़ते रहें, सपने देखते रहें और अपने प्रयासों में कभी हार न मानें। भविष्य उन लोगों का है जो अपने सपनों की सुंदरता में विश्वास करते हैं।

जय हिंद वंदे मातरम ।धन्यवाद

अगले महीने कुछ और लेकर आपके सामने फिर आऊंगा ।

आपका पथ-प्रदर्शक 

धर्मेन्द्र कुमार 

Prayas - September 2025

   

Year - 7                            Month - September 2025                                   Issue - 69

प्यारे बच्चों,
आज मैं आपसे एक बहुत ज़रूरी बात करने आया हूँ – मेहनत, आत्मविश्वास और सपनों की।

सपनों की ताक़त

हर इंसान के जीवन में सपने होते हैं। सपनों के बिना जीवन अधूरा होता है। जैसे खेत बिना बीज के खाली रह जाता है, वैसे ही जीवन बिना सपनों के खाली रह जाता है।

मान लो कोई बच्चा सपना देखता है कि वह बड़ा होकर डॉक्टर बनेगा। अगर वह रोज़ मेहनत करेगा, पढ़ाई करेगा और कभी हार नहीं मानेगा, तो एक दिन ज़रूर डॉक्टर बनेगा और लोगों की मदद करेगा।

हमारे देश के ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी का सपना था वैज्ञानिक बनने का। उन्होंने बहुत कठिनाइयाँ झेली, पैसों की कमी थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। मेहनत की, और एक दिन "मिसाइल मैन ऑफ इंडिया" कहलाए।

मेहनत का जादू

बच्चों, मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। अगर आप बिना मेहनत किए अच्छे अंक पाना चाहते हैं, तो यह संभव नहीं है।
कहावत है – "जैसा बोओगे वैसा काटोगे।"
अगर किसान बीज ही न डाले तो फसल कैसे उगेगी? उसी तरह अगर हम मेहनत नहीं करेंगे तो अच्छे परिणाम नहीं मिलेंगे।

एक बार एक बच्चा आँवले का बीज बोता है। बीज धीरे-धीरे पेड़ बनता है और कई सालों बाद फल देने लगता है। मेहनत भी वैसी ही है – समय लेती है, लेकिन जब फल देती है तो बहुत मीठा और सुखद लगता है।

आत्मविश्वास की शक्ति

मान लीजिए कि आपको लगता है कि "मैं गणित में कमजोर हूँ" और आप हर वक़्त यही सोचते रहते हैं। तो आपका डर और बढ़ेगा। लेकिन अगर आप सोचेंगे – "मैं कर सकता हूँ, बस थोड़ा और अभ्यास चाहिए" – तो आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और धीरे-धीरे आप गणित में अच्छे हो जाएँगे।

स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था – "उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको।"
इसका मतलब है कि आपको हमेशा कोशिश करते रहना चाहिए।

असफलता से मत डरना

कभी-कभी बच्चे सोचते हैं – "अगर मैं असफल हो गया तो लोग क्या कहेंगे?" लेकिन असफलता से डरना नहीं चाहिए।
महान वैज्ञानिक एडिसन ने हजारों बार कोशिश की और अंत में बल्ब का आविष्कार किया। सोचो अगर वे बीच में हार मान लेते तो आज बिजली का बल्ब ही न होता।

इसलिए अगर अच्छे अंक न आएं या प्रतियोगिता में हार जाएं, तो उसे सीखने का मौका मानना चाहिए, न कि रुकने का कारण।

अच्छे संस्कार और आदतें

बच्चों, किताबें पढ़ना ज़रूरी है, लेकिन अच्छे संस्कार उससे भी ज़्यादा ज़रूरी हैं।

  • माँ-बाप की इज़्ज़त करो।

  • शिक्षकों का सम्मान करो।

  • छोटे-बड़ों से प्यार और मदद का व्यवहार रखो।
    यही असली शिक्षा है।

इसके साथ-साथ कुछ अच्छी आदतें भी अपनाइए –

  • रोज़ समय पर पढ़ना।

  • खेलने और पढ़ने का समय सही तरीके से बाँटना।

  • झूठ न बोलना और मेहनत से कभी पीछे न हटना।

सकारात्मक सोच

हमारी सोच हमें सफलता दिलाती है।
एक बार एक राजा ने अपने दो बेटों को आधा भरा हुआ गिलास दिखाया। एक ने कहा – "गिलास आधा खाली है।" दूसरे ने कहा – "गिलास आधा भरा है।"
राजा ने कहा – "दूसरे बेटे की सोच सकारात्मक है, और यही सोच उसे आगे ले जाएगी।"

इसलिए हमेशा हर स्थिति में अच्छाई ढूँढना सीखिए।

बच्चों से उम्मीद

आप सभी देश का भविष्य हैं। आपकी मेहनत, आपकी ईमानदारी और आपका आत्मविश्वास ही भारत को आगे ले जाएगा। इसलिए सपने देखिए, मेहनत कीजिए और कभी हार मत मानिए।

बच्चों,
याद रखो –

  • सपना देखो, क्योंकि सपना ही मंज़िल की शुरुआत है।

  • मेहनत करो, क्योंकि मेहनत ही सफलता की चाबी है।

  • आत्मविश्वास रखो, क्योंकि आत्मविश्वास से मुश्किल काम भी आसान हो जाता है।

अगर आप इन तीन मंत्रों को याद रखेंगे, तो जीवन में आपको कोई नहीं रोक सकेगा। आप चमकते हुए सितारे बनेंगे और अपने माता-पिता, स्कूल और देश का नाम रोशन करेंगे।

जय हिंद वंदे मातरम ।धन्यवाद

अगले महीने कुछ और लेकर आपके सामने फिर आऊंगा ।

आपका पथ-प्रदर्शक 

धर्मेन्द्र कुमार 

Prayas - August 2025

   

Year - 7                            Month - August 2025                                         Issue - 68

प्यारे बच्चों,

सफलता क्या है? - सफलता और असफलता का डर

सफलता का सबसे बड़ा इनाम वह संतुष्टि है जो व्यक्ति को लक्ष्य प्राप्त करने पर मिलती है। सफलता कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प की संतान है। इन दोनों के बिना, सफलता का जन्म नहीं हो सकता। जीवन में सफल होने के लिए, व्यक्ति को लक्ष्य निर्धारित करने और उनके लिए प्रयास करने होते हैं। बहुत से लोग पहला काम तो कर लेते हैं - लक्ष्य सही ढंग से निर्धारित करना, लेकिन वे मुख्य काम - उसके लिए प्रयास करना - भूल जाते हैं। कोई भी बीज तब तक काटने के लिए तैयार नहीं होता जब तक उसे बोया और उसकी देखभाल न की जाए।

क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया में सफल लोगों की तुलना में असफल लोगों की संख्या इतनी ज़्यादा क्यों है? लोगों को ज़िंदगी में सफल होने से क्या रोक रहा है? इन सवालों का जवाब बहुत आसान है—असफलता का डर। लोग सफलता के लिए एक भी कोशिश करने को तैयार नहीं होते, क्योंकि उनके मन में असफलता का डर गहराई से बैठा होता है। डर की तीव्रता, सफल होने के दृढ़ संकल्प से कहीं ज़्यादा प्रबल होती है। कोई बिना किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लिए कैसे जीत सकता है? सबसे पहली बात तो कोशिश करना है, है ना?

असफलता का डर ही सफलता की राह में एकमात्र बाधा है। अगर कंप्यूटर वैज्ञानिक विंटन सर्फ़ और बॉब कान ने असफलता के डर से अपना प्रोजेक्ट इंटरनेट पर छोड़ दिया होता, तो क्या होता? अगर इंटरनेट न होता, तो आप यह लेख कैसे पढ़ रहे होते? क्या आप इंटरनेट के बिना दुनिया की कल्पना कर सकते हैं? ये दोनों वैज्ञानिक इंटरनेट के विकास में कई बार असफल हुए। वे हार मानने को तैयार नहीं थे, और उनके दृढ़ संकल्प की ताकत उनकी असफलता के डर से कहीं ज़्यादा थी। असफलता से डरें नहीं; उसे इस प्रक्रिया का एक हिस्सा समझें। अगर सफलता सिक्के का एक पहलू है, तो असफलता भी दूसरा पहलू है। अगर आपको असफलता मिली है, तो हार न मानें; सिक्का फिर से उछालें। देर-सवेर, आपको सफलता ज़रूर मिलेगी।

सफलता को कैसे मापें?

सफलता किसी व्यक्ति के जीवन में प्राप्त पद या विशेषाधिकार से बिल्कुल भी निर्धारित नहीं होती। किसी व्यक्ति की सफलता का उसके पास मौजूद धन, सामाजिक प्रतिष्ठा या उसके द्वारा भोगी जाने वाली विलासिता से कोई लेना-देना नहीं है। सफलता को कैसे मापा जा सकता है? क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है? सफलता को किसी व्यक्ति द्वारा अर्जित भौतिक उपलब्धियों के आधार पर नहीं, या जीवन में प्राप्त पद के आधार पर भी नहीं मापा जाना चाहिए। जिस प्रकार किसी समस्या को हल करने के कई तरीके होते हैं, उसी प्रकार लोगों का समर्थन पाकर ऊँचे पद तक पहुँचना आसान होता है। सच्ची सफलता इन उपलब्धियों से बहुत अलग होती है। ये दूसरों द्वारा दिए गए उपकार हैं, जबकि सच्ची सफलता प्रयासों का परिणाम है। सच्ची सफलता को व्यक्ति के सामने आई बाधाओं की संख्या की गणना करके मापा जाना चाहिए। बाधाएँ ही सफलता को परिभाषित करती हैं। सफलता की यात्रा कभी भी आसान और सीधी नहीं होती; यह कई बाधाओं से भरी होती है। हमेशा ध्यान रखें कि यही बाधाएँ हैं जो किसी व्यक्ति को वास्तव में सफल व्यक्ति बनने में मदद करेंगी।

गलतियों से सीखें और उन सबक को अमल में लाएँ। एल्बर्ट हबर्ड ने एक बार कहा था, "किसी इंसान की सबसे बड़ी गलती, गलती करने से डरना है।" और याद रखें कि हम गलतियों से सीखते हैं, सफलता से नहीं।

एक सफल व्यक्ति कैसे बनें?

क्या आपको लगता है कि किसी सफल व्यक्तित्व की नकल करने, उनके बताए रास्ते और जीवनशैली पर चलने से किसी को जीवन में सफलता मिलेगी? हर कोई अनोखा होता है; अगर आप किसी की नकल करने की कोशिश करते हैं, तो आप अपना जीवन नहीं जी रहे हैं। आप किसी की नकल करके अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। यह सही रास्ता नहीं है। जीवन में, हमेशा खुद बने रहें। इस सच्चाई को स्वीकार करें कि 'हर कोई खास है', खुद को अभिव्यक्त करें और हमेशा खुद पर विश्वास बनाए रखने की कोशिश करें।

सफलता की कहानियाँ हर व्यक्ति में अलग-अलग होती हैं। इसी तरह, लोग सफल होने के लिए जो कुछ भी करते हैं, वह भी अलग-अलग होता है। लेकिन जब हम सभी सफल व्यक्तियों की कहानियों का गहन विश्लेषण करते हैं, तो हमें कुछ प्रमुख नियमों का पता चलता है जिनका पालन उन सभी ने किया है। इन प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान दें, उन्हें अपने जीवन में लागू करें और सफलता का खजाना पाने की अपनी यात्रा शुरू करें।

खुद से प्यार करें। "यह मेरी ज़िंदगी है, और मैं अपनी ज़िंदगी का हीरो हूँ" - इस कथन को हर दिन बार-बार दोहराएँ। खुद को कभी किसी से कम न समझें; खुद पर विश्वास रखें और आत्मविश्वास के साथ काम करें। खुद से प्यार करने से व्यक्ति में सकारात्मकता विकसित होती है और मानसिक स्वास्थ्य का मार्ग प्रशस्त होता है, जो सफलता के लिए ज़रूरी है।

सर्वश्रेष्ठ बनने की कोशिश करें। हमेशा अपने अंदर के सर्वश्रेष्ठ को बाहर लाने की कोशिश करें। अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलें और हमेशा अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करें। अपनी सफलता का जश्न मनाएँ; इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। हमेशा साफ़-सुथरे और अच्छे बने रहने की कोशिश करें।

अपने जीवन में कड़ी मेहनत करो। अपने लक्ष्यों तक पहुँचने के लिए जो भी प्रयास कर रहे हैं, उन्हें कभी भी आसानी से मत छोड़ो। अगर आप समझौता कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप अपनी सफलता के सपनों को छोड़ने के लिए तैयार हैं। सच्ची सफलता कड़ी मेहनत से मिलती है, और जैसा कि सोफोक्लीज़ ने कहा था, "सफलता प्रयास पर निर्भर करती है।" इसलिए याद रखें, बिना कष्ट के कोई लाभ नहीं होता।

जुनूनी बनो। जो करते हो, उससे प्यार करो। अगर तुम्हें अपने काम से प्यार नहीं है, तो तुम उस काम में कभी तरक्की नहीं कर पाओगे। अपना जुनून खोजो और उसके पीछे भागो। इसी तरह एक चैंपियन का जन्म होता है। अपनी रुचि का काम ढूंढो और सफल होने के लिए उस पर मेहनत करना शुरू करो।

ध्यान केंद्रित करें। अपने सपनों को कभी भी अपने ध्यान से दूर न जाने दें। इसका नियमित रूप से पालन करें। किसी भी व्यक्ति के सफल होने के लिए ध्यान केंद्रित करना सबसे ज़रूरी चीज़ों में से एक है। ध्यान केंद्रित करने की मज़बूत क्षमता विकसित करके, व्यक्ति बिना विचलित हुए आसानी से सफलता पर ध्यान केंद्रित कर सकता है। इन सभी सरल नियमों का पालन करके, आप अपने जीवन में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं। बस आगे बढ़ें!

जय हिंद वंदे मातरम ।धन्यवाद

अगले महीने कुछ और लेकर आपके सामने फिर आऊंगा ।

आपका पथ-प्रदर्शक 

धर्मेन्द्र कुमार