💬Thought for the Day💬

"🍃🌾🌾 "Your competitors can copy your Work, Style & Procedure. But No one can copy your Passion, Sincerity & Honesty. If you hold on to them firmly, The world is yours..!! Follow your Principles." 🍃💫🍃💫🍃💫🍃💫🍃💫🍃

Think About It

 आओ आज कुछ सोचते हैं 

जल ही जीवन है ये सब हम सुनते आ रहे हैं, कहते आ रहे, लेकिन मानता कौन है ? पानी की एक -एक बूंद को बचाना आज की जरूरत है अगर हमने आज पानी की बचत नहीं की तो इसकी एक-एक बूंद के लिए हमारे आने वाली पीढ़ी को तरसना पड़ेगा निरंतर पानी का जलस्तर घट रहा है. जहां करीब 20 वर्ष पहले 40 फुट की गहराई से आने वाला पानी अब 90 से 100 फुट नीचे जा चुका है.

हमें पानी की बर्बादी पर रोक लगाना होगा। आप जानते हैं, जल है तो कल है जल ही हमारे लिए आज की जरूरत है और इसके लिए सबसे पहले इसकी बर्बादी पर रोक लगाना होगा हमारे देश में कहीं-कहीं खुले नल, कहीं बिना कारण सफाई के लिए पानी का इस्तेमाल अधिक होता है, पब्लिक प्लेस पर अगर कहीं कोई नल चल रहा हो तो कोई उसे बंद करने की जिम्मेदारी नहीं समझता, सबसे पहले यदि हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझने लगे, बिना काम नल चला कर रखना, कपड़े धोने , नहाने में पानी का कम इस्तेमाल करें, तो पानी की बचत काफी हद तक कम कर सकते हैं जहां हम अपनी जरूरत के लिए कई गुना पानी बर्बाद कर देते हैं वही आसमान पर तपती गर्मी में उड़ते पक्षी प्यास के कारण अपने दम तोड़ देते हैं.

पानी जीवन का आधार है अगर हमें इसे बचाना है तो इसका संरक्षण(बचत) करना पड़ेगा। पानी की उपलब्धता घट रही है, और महामारी बढ़ रही है, इसलिए जल के इस संकट का समाधान आज की जरूरत है, और इसकी बचत करना प्रत्येक मनुष्य का दायित्व बनता है, यही हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी बनती है और हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी ऐसे ही जिम्मेदारी की अपेक्षा करते हैं पानी का स्त्रोत सीमित है, ऐसे में पानी के स्रोतों को सुरक्षित रख कर पानी के संकट से मुकाबला हम कर सकते हैं. इसके लिए हमें अपनी भोगवादी प्रवृतियों पर अंकुश लगाना पड़ेगा और पानी के उपयोग के लिए मितव्ययी बनना पड़ेगा पानी की इस कुप्रबंधन को दूर करके हमें इस समस्या से निपटना होगा

तो आओ इससे सम्बंधित  विडियो देखते हैं.

         
        
       

No comments:

Post a Comment