आओ आज कुछ सोचते हैं
जल ही जीवन है ये सब हम सुनते आ रहे हैं, कहते आ रहे, लेकिन मानता कौन है ? पानी की एक -एक बूंद को बचाना आज की जरूरत है अगर हमने आज पानी की बचत नहीं की तो इसकी एक-एक बूंद के लिए हमारे आने वाली पीढ़ी को तरसना पड़ेगा निरंतर पानी का जलस्तर घट रहा है. जहां करीब 20 वर्ष पहले 40 फुट की गहराई से आने वाला पानी अब 90 से 100 फुट नीचे जा चुका है.
पानी जीवन का आधार है अगर हमें इसे बचाना है तो इसका संरक्षण(बचत) करना पड़ेगा। पानी की उपलब्धता घट रही है, और महामारी बढ़ रही है, इसलिए जल के इस संकट का समाधान आज की जरूरत है, और इसकी बचत करना प्रत्येक मनुष्य का दायित्व बनता है, यही हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी बनती है और हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी ऐसे ही जिम्मेदारी की अपेक्षा करते हैं पानी का स्त्रोत सीमित है, ऐसे में पानी के स्रोतों को सुरक्षित रख कर पानी के संकट से मुकाबला हम कर सकते हैं. इसके लिए हमें अपनी भोगवादी प्रवृतियों पर अंकुश लगाना पड़ेगा और पानी के उपयोग के लिए मितव्ययी बनना पड़ेगा पानी की इस कुप्रबंधन को दूर करके हमें इस समस्या से निपटना होगा
तो आओ इससे सम्बंधित विडियो देखते हैं.